नववर्ष को मनाए, सत्कार गीत गाए संस्कार को चलाकर, घर में गुढ़ी लगाए नववर्ष को मनाए, सत्कार गीत गाए संस्कार को चलाकर, घर में गुढ़ी लगाए
माँ से ही संसार है, माँ ही तारनहार। माँ जगजननी शारदा, जग की खेवनहार।। माँ से ही संसार है, माँ ही तारनहार। माँ जगजननी शारदा, जग की खेवनहार।।
मैं मातृशक्ति हूँ मैं भगिनी मैं सखी मैं ही सहगामिनी सर्व स्वरूप हैं आदरणीय समझो न केवल कामिनी म... मैं मातृशक्ति हूँ मैं भगिनी मैं सखी मैं ही सहगामिनी सर्व स्वरूप हैं आदरणीय स...
दयालु माय शारदा, सुबुद्धि भान देयदे | मिटाव अंधकार ला, उजार ज्ञान देयदे | दयालु माय शारदा, सुबुद्धि भान देयदे | मिटाव अंधकार ला, उजार ज्ञान देयदे |